(१)
अरुण प्रान्त में सुन्दर उज्ज्वल
जिस का सूना निश्चल तारा,
एकाकीपन जिस का संबल,
अमा दिवस ! वह किस का प्यारा ?
(२)
आज अकेले किस के प्राण ?
मेरे कवि के! मेरे कवि के !
जिस नें जीवन के सम्मान
फूँक दिये आँगन में छवि के !
( 'दूसरा सप्तक'से)
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