4/03/2007

अकेले किस के प्राण : शमशेरबहादुर सिंह

(१)
अरुण प्रान्त में सुन्दर उज्ज्वल
जिस का सूना निश्चल तारा,
एकाकीपन जिस का संबल,
अमा दिवस ! वह किस का प्यारा ?

(२)
आज अकेले किस के प्राण ?
मेरे कवि के! मेरे कवि के !
जिस नें जीवन के सम्मान
फूँक दिये आँगन में छवि के !

( 'दूसरा सप्तक'से)